Hon’ble Chief Minister of Goa Visits Parmarth Niketan

परमार्थ निकेतन, उत्तराखंड न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर डेस्टिनेशन वेडिंग का केन्द्र बनकर उभर रहा है। आज गोवा तट से छोडकर माँ गंगा के पवित्र तट पर विवाह संस्कार सम्पन्न हुआ।

परमार्थ निकेतन, माँ गंगा के पावन तट पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के दिव्य सान्निध्य में गोवा के माननीय मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सांवत जी की पावन उपस्थिति में नव दम्पती ने सात फेरे लिये और दांपत्य जीवन में प्रवेश किया। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने भी अपनी शुभकामनायें भेजी।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने वेड इन इन्डिया का स्लोगन दिया और परमार्थ निकेतन की दिव्यता और भव्यता वेड इन ऋषिकेश, उत्तराखंड के लिये पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। गोवा, जो पूरी दुनिया में अपनी प्राकृतिक, नैसर्गिक और समुद्र के सौन्दर्य के लिये विख्यात है, जहां की चमकती रेत, सागर का नीला जल और प्रकृति का अपना अनोखा अन्दाज सब का मन मोह लेता है उस तट से एक सम्भ्रांत परिवार गंगा तट पर विवाह संस्कार सम्पन्न कर अपने जीवन की शुरूआत करने हेतु आये हैं, यह वास्तव में उत्तराखंड के लिये गौरव का विषय है।

विवाह संस्कार में गोवा के माननीय मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सांवत जी और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने विवाह संस्कार के साथ परमार्थ गंगा आरती का आन्नद लिया और वे यहां की दिव्यता व पवित्रता देखकर गद्गद हुये और कहा यह है वास्तव में डेस्टिनेशन वेडिंग यहां पर हिमालय की हरियाली, गंगा का निर्मलता, परमार्थ निकेतन का आध्यात्मिक वातावरण, ऋषियों की साधना की दिव्य ऊर्जा, ध्यान व योग का वातावरण, तपोपूत पवित्र भूमि, पूज्य संतों का पावन सान्निध्य वास्तव में दाम्पत्य जीवन की शुरूआत ऐसी ही होना चाहिये। जहां पर डीजे का शोर नहीं बल्कि डिवाइन शान्ति हो। ऐसे ही विवाह अपनी संस्कृति, संस्कारों से सिंचित, अपने मूल व मूल्यों से जुड़ने वाला होता है।