Message on Renewable Energy Day

On today’s Renewable Energy Day, HH Param Pujya Swami Chidanand Saraswatiji articulated a message of using clean and pollution free sources of energy like solar, wind and hydroelectric power to help combat rising levels of air pollution and to reduce dependence on a diminishing reserve of fossil fuels.

“At present,” Pujya Swamiji stated, “the whole world is facing epic climate change, and it’s vital that all nations move towards clean and green energy. We must create a pollution-free environment, and solar energy is the best resource for this.

“Solar energy is the cleanest form of energy, and it can also be the best option in India. It can play an important role in the form of energy security to meet increasing energy demands in India, while decreasing reliance on other sources. Presently India’s per capita energy production is still low, which needs to be increased. Under the leadership of the Honorable Prime Minister of India, Shri Narendra Modi, the goal of increasing renewable energy generation capacity has been set and India is striving for it. It is the duty of all of us Indians to promote the consumption of clean and healthy energy at the individual level.”

भारतीय अक्षय ऊर्जा दिवस

स्वस्थ ऊर्जा संसाधनों का उपयोग नितांत आवश्यक

अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने से वायु प्रदूषण कम होगा

ऊर्जा के नवीकरणीय संसाधनों के महत्व के बारे में जागरूकता लाना

ऋषिकेश, 20 अगस्त। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अक्षय ऊर्जा दिवस के अवसर पर ऊर्जा के स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त संसाधनों का उपयोग करने का संदेश दिया। अक्षय ऊर्जा दिवस हमें राष्ट्रीय स्तर पर सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत शक्ति जैसे ऊर्जा के अक्षय भंडार का उपयोग करने हेतु प्रेरित करता है।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हमें अक्षय ऊर्जा का सहजता और कुशलता से उपयोग करने के तरीकों को विकसित करना होगा ताकि बढ़ते वायु प्रदूषण को कम किया जा सके।

वर्तमान समय में भारत को स्वच्छ ऊर्जा की जरूरत है ताकि पर्यावरण प्रदूषण कम किया जा सके। सूर्य के प्रकाश से निर्मित शक्ति ऊर्जा का सबसे उत्तम स्रोत हैं। सौर ऊर्जा, अन्य ऊर्जा संसाधनों में ऊर्जा का सबसे स्वच्छ स्वरूप है तथा भारत में तो यह ऊर्जा का सबसे बेहतर विकल्प भी हो सकता है। भारत में बढ़ती ऊर्जा माँगों की आपूर्ति को पूरा करने के लिये सौर ऊर्जा, ऊर्जा सुरक्षा के रूप में महत्त्वपूर्ण भूमिका सकती है।

स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय मे पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से जुझ रहा है ऐसे में सभी राष्ट्रों को स्वच्छ और हरित ऊर्जा की ओर बढ़ना होगा। सभी राष्ट्रों को ऐसी ऊर्जा तकनीक पर काम करना होगा जिससे प्रदूषण मुक्त वातावरण का निर्माण किया जा सके और सौर ऊर्जा इसके लिये एक बेहतर ऊर्जा संसाधन है। घटते प्राकृतिक संसाधन और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुये अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर अत्यंत बल देना होगा।

स्वामी जी ने कहा कि ऊर्जा का संरक्षण और उपभोग प्रति व्यक्ति के द्वार उपयोग की गयी ऊर्जा पर निर्भर करता है। वर्तमान में भारत की प्रति व्यक्ति ऊर्जा उत्पादन अभी कम है, जिसे बढ़ाने की आवश्यकता है। भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है तथा भारत इसके लिये प्रयासरत है। हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है कि हम भी व्यक्तिगत स्तर पर स्वच्छ और स्वस्थ ऊर्जा के उपभोग को बढ़ावा दे।

अक्षय ऊर्जा स्रोत नवीकरणीय ऊर्जा के भंडार है इसलिये उनके समाप्त होने की सम्भावनायें नही है तथा नवीकरणीय ऊर्जा पर बढ़ती निर्भरता से कोयले और तेल जैसे ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता में कमी लायी जा सकती है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करने का महत्वपूर्ण लाभ वायु और जल प्रदूषण में कमी के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से भी है।

मानवीय गतिविधियों के कारण हमारे वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की वृद्धि के कारण ग्लोबल वार्मिंग में बढ़ोतरी हो रही हैं।