Breast Cancer Awareness Day at Parmarth Nari Shakti Kendra

On the occasion of Breast Cancer Research Day, today experts from Parmarth Niketan trained women and girls undergoing training at Parmarth Nari Shakti Kendra to stay healthy through self breast-examination and yoga for breast cancer awareness.

Ms. Ganga Nandini Tripathi ji, while discussing how cancer can be avoided through yogic practices, said that we should minimize the use of cosmetic items especially cosmetics, deodorants and toiletries, and the products we use should also be made from organic and natural products.

World Breast Cancer Research Day is not only to pay attention to the disease but also to the work and efforts done in understanding and treating this disease so that our planet can be made breast cancer free.

विश्व स्तन कैंसर अनुसंधान दिवस

स्तन कैंसर मुक्त दुनिया बनाने का आह्वान

18 अगस्त, ऋषिकेश। स्तन कैंसर अनुसंधान दिवस के अवसर पर स्तन कैंसर जागरूकता के लिए स्व स्तन-परीक्षण और योग के माध्यम से स्वस्थ रहने हेतु आज परमार्थ निकेतन के विशेषज्ञों ने परमार्थ नारी शक्ति केन्द्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं और लड़कियों को प्रशिक्षित किया।

विशेषज्ञों ने बताया कि महिलाओं और लड़कियों के स्तनों में पाए जाने वाले अधिकांश परिवर्तन या गांठ कैंसर नहीं होती हैं। यदि आपको संदिग्ध गांठ का पता चलता है, तो आप इमेजिंग परीक्षण जैसे डायग्नोस्टिक मैमोग्राम या स्तन अल्ट्रासाउंड या परिक्षण के लिए स्तन ऊतक को हटाने की प्रक्रिया (बायोप्सी) कर सकते हैं। स्तन में होने वाली गांठ कैंसरयुक्त या गैर-कैंसरयुक्त भी हो सकती है।

जिन महिलाओं को मासिक धर्म होता हैं, आपके मासिक धर्म चक्र के दौरान हर महीने आपके हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे स्तन के ऊतकों में परिवर्तन होता है। आपके पीरियड्स शुरू होते ही सूजन कम होने लगती है वही स्तन स्व-परीक्षण करने का सबसे अच्छा समय होता है।

साथ करें। आपका लक्ष्य स्तन के सभी ऊतकों को महसूस करना है इसलिये स्तन पर दबाव बनाये। स्तन की अलग-अलग गहराई को महसूस करें, त्वचा के सबसे करीब ऊतक को महसूस करने के लिए हल्के दबाव का प्रयोग करें, थोड़ा गहरा महसूस करने के लिए मध्यम दबाव, और छाती और पसलियों के निकटतम ऊतक को महसूस करने के लिए दृढ़ दबाव का प्रयोग करें। अगर आपके अंडरआर्म के पास सख्त गांठ या गांठें है तो आपको इमेजिंग परीक्षण की आवश्यकता है।परिक्षण के लिये आप आगे की ओर मुख करें, देखे कि क्या आपके निप्पल मुड़े हुए हैं (उल्टे)। अपने हाथों से अपने कूल्हों को दबाए अपने स्तनों का निरीक्षण करें। अपनी बाह को ऊपर की ओर उठाकर और अपने हाथ की हथेलियों से अपने स्तनों का निरीक्षण करें या फिर सपाट सतह पर अपनी पीठ के बल लेटे। लेटते समय, स्तन के ऊतक फैल जाते हैं, तत्पश्चात अपनी तीनों उंगलियों से स्तन का परिक्षण दबाव के
सुश्री गंगा नन्दिनी त्रिपाठी जी ने योगिक प्रक्रियाओं के माध्यम से कैसे कैंसर से बचा जा सकता है इस पर चर्चा करते हुये कहा कि हमें काॅस्मेटिक वस्तुयें विशेष रूप से सौन्दर्य प्रसाधन, डियोडेंट और अंडरआर्म सेविंग के लिये उपयोग किये जाने वाले प्रसाधन का उपयोग कम से कम करना चाहिये और हम जिन उत्पादों का उपयोग करते हैं वह भी जैविक और प्राकृतिक उत्पादों से बने हुये हो। भोज्य पदार्थों को प्लास्टिक में बंद करके ना रखे विशेष रूप से चाय या काॅफी। भोजन बनाने और परोसने हेतु प्लास्टिक की वस्तुओं का उपयोग कम से कम हो, हम अपने परम्परागत, कापरं व मिट्टी के बर्तनों का उपयोग कर सकते है। मातायें नवजात शिशु को स्तनापान कम से कम 6 माह तक अवश्य करवायें। हम प्राकृतिक शुगर का उपयोग करे जैसे शहद। प्रतिदिन टहलना, योग जैसे गोमुख, धनुरवक्रासन, पश्चिम नमस्ते आसन जैसे आसन हमें रोज करना चाहिये। एल्कोहल का उपयोग न करें तथा हमेशा सकारात्मक रहें।

विश्व स्तन कैंसर अनुसंधान दिवस न केवल बीमारी पर ध्यान देने के लिए है बल्कि इस बीमारी को समझने और इलाज करने में किए गए काम और प्रयासों पर भी ध्यान दिया जाता है ताकि हमारे ग्रह को स्तन कैंसर मुक्त बनाया जा सके।