Acharya Dr. Lokeshji Visits Parmarth Niketan

परमार्थ निकेतन में आचार्य डाॅ लोकेश जी पधारे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और आचार्य डाॅ लोकेश जी ने वैश्विक शान्ति, सद्भाव, पर्यावरण संरक्षण आदि अनेक विषयों पर चर्चा की।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि वर्तमान समय में पूरे विश्व को शान्ति की तलाश है। वैश्विक स्तर पर शान्ति स्थापित करने के लिये भीतर की शांति अत्यंत आवश्यक है। आन्तरिक शान्ति स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य की कुंजी है। शांति व्यक्तियों, समाज और राष्ट्र को उनकी क्षमताओं को बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है। शांति से तात्पर्य संघर्ष और अराजकता में कमी से है। वैश्विक शांति के लिये आंतरिक शांति की प्रासंगिकताए आंतरिक शांति, धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है।

दुनिया भर के लोगों के बीच शांति और सामान्य समझ को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत आवश्यक है कि हम वैश्विक मंचों से शान्ति वार्ताओं को बढ़ावा दें।

स्वामी जी ने कहा कि भारत ने विश्व शांति और सद्भावना को बढ़ावा देने के लिये लंबा रास्ता तय किया है। अब जरूरत है कि दुनिया के सभी राष्ट्र सद्भावना, शांति और समझ विकसित करने के लिए मिलकर कार्य करें क्योंकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों दृष्टि से शान्ति व सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिंसा या क्रूरता से किसी का कभी भी भला नहीं हुआ है इसलिये सतत, सुरक्षित व समृद्ध दुनिया के निर्माण हेतु विश्व में शांति लाना अत्यंत आवश्यक है और सभी राष्ट्रों की प्रथम जरूरत भी है।

स्वामी जी ने कहा कि दुनिया में शांति और समझ पैदा करना पूरी मानव जाति का प्रथम कर्तव्य है। समाज की समझ से ही शांति स्थापित की जा सकती है। इसके लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके विपरित यदि, पूरी दुनिया के लोग एक दूसरे को घृणा और नफरत की दृष्टि से देखेंगे तो उसका परिणाम युद्ध और विनाश के रूप में सामने आएगा। जिसे हम वर्षों से देखते आ रहे हैं। हमने देखा कि संघर्ष, अविश्वास, गलतफहमी और विद्रोह समाज को बांटता है और उसे एक अनंत संघर्ष की खाई में धकेल देता है इसलिए समाज में विश्वास और शांति स्थापित करने के लिए सभी को एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोगी के रूप में कार्य करना होगा और इसके लिये धर्मगुरू और धार्मिक संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। आईये मिलकर इस दुनिया को शान्ति, सद्भाव और समरसता से युक्त बनाने में सहयोग प्रदान करें।

इस अवसर पर अहमदाबाद, गुजरात से आये भक्त परिवार ने स्वामी जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। यह परिवार अपने पुत्र व पुत्रवधू के साथ परमार्थ निकेतन गंगा आरती में सहभाग हेतु आया हुआ है। नवविवाहित जोड़े ने पूज्य स्वामी से आशीर्वाद लेकर अपने गृहस्थ जीवन की शुरूआत की। स्वामी जी ने पूरे परिवार को रूद्राक्ष का दिव्य पौधा भेंट किया।