“प्रार्थना, प्रतीक्षा और समीक्षा का पर्व है श्रावण”, Dainik Jagran

प्रार्थना, प्रतीक्षा और समीक्षा का पर्व है ‘श्रावण’।

~पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी