Two day Blood Test Camp at Parmarth During Hariyali Teej

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने आज देशवासियों को हरियाली तीज की शुभकामनायें देते हुये हरियाली संवर्द्धन का संदेश दिया।

हरियाली तीज श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनायी जाती है। यह उत्सव भगवान शिव और पार्वती जी को समर्पित उत्सव है। श्रावण मास में जब सम्पूर्ण प्रकृति हरी ओढ़नी से आच्छादित होती है उस अवसर हरियाली तीज का उत्सव मनाया जाता है ताकि हरियाली संवर्द्धन हेतु सभी को प्रेरित किया जा सके। हरियाली तीज प्रकृति के संरक्षण, संवर्द्धन, आस्था, उमंग, सौंदर्य और प्रेम का उत्सव है। हमारी संस्कृति प्रकृति पूजक है जो पार्यावरण संरक्षण का संदेश देती है। हमारे यहां कहा जाता है कि सात वार और नौ त्यौहार, वर्ष मंे 365 दिन और 730 से अधिक पर्व और त्यौहार हम मनाते हैं। अपनी समृद्ध परम्पराओं के कारण हर दिन यहां पर एक उत्सव हंै।

परमार्थ निकेतन में आयोजित दो दिवसीय रक्त जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, क्रेटनीन, यूरिक एसिड, कैल्शियम एवम बोन डेंसिटी कि जाँच निःशुल्क की गयी। परमार्थ निकेतन, एप्स फाउंडेशन एवं माविनी केयर ट्रस्ट द्वारा ब्लड टेस्ट कैंप का आयोजन किया गया। निःशुल्क रक्त जांच प्रत्येक 3 महीने में परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश में की जाती हंै ताकि स्वर्गाश्रम में रहने वाले सभी को इन सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति व सभ्यता अत्यंत प्राचीन, सुसंस्कृत व समृद्ध संस्कृति व सभ्यता है। यह संस्कृतियों की जननी है। इसमें जीवन जीने की कला, विज्ञान, राजनीति, प्रकृति और पर्यावरण सब कुछ समाहित है। भारत की संस्कृति भारत की आत्मा है। इसी से हमारे आदर्शों, जीवन मूल्यों, संस्कार, सुधार, परिष्कार आदि का निर्माण होता है। भारतीय संस्कृति में पर्वो और त्यौहारों का अत्यधिक महत्व है। हमारे पर्व व त्यौहार हमें अपनी संस्कृति व प्रकृति से जुड़ने की शिक्षा देते हैं। हमारे पर्व प्रकृति और पर्यावरण के साथ प्रेम का उत्सव मनाने का भी संदेश देते हैं। हरियाली तीज प्रकृति के साथ हमारे जुड़ाव एवं सम्मान का दिव्य संदेश देता है।

स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय में प्रकृति पूजक और हरियाली संवर्द्धन का संदेश देने वाले पर्वों व त्यौहारों की प्रासंगिकता अत्यंत आवश्यक है।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने दो दिवसीय रक्त जांच शिविर में सहयोग करने वाले संगठनों के पदाधिकारियों को साधुवाद देते हुये कहा कि पीडित मानवता की सेवा ही वर्तमान समय से सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर सभी को सेवाओं हेतु प्रेरित किया।

प्रिया शर्मा, अध्यक्ष एप्स फाउंडेशन, मोहित शर्मा, अध्यक्ष माविनी केयर ट्रस्ट, अभिषेक, कौशिक, जनरल सेक्रेटरी, आचार्य दीपक शर्मा, राम कुमार माहेश्वरी, सलाहकार, डॉ मुकुल शर्मा, नशा मुक्ति विशेषज्ञ, श्री गोपाल कृष्ण खंडेलवाल, योगेश गौड़, इंदु बाला, मंडल अध्यक्ष जगतपुरी वार्ड, कृष्ण कुमार त्यागी, रोहन तोमर ,संजय नंदा आदि ने उत्कृष्ट सहयोग प्रदान किया।